आज हमें अगर किसी भी चीज से संबंधित जानकारी चाहिए होती है तो हमारे दिमाग में एक ही नाम आता है वह है गूगल। आज से कुछ सालों पहले की बात करें तो लोगों को अखबारों, किताबों या अन्य जानकार व्यक्तियों से किसी चीज की जानकारी मिलती थी। 20 से 25 साल पहले तक जानकारियों का आदान-प्रदान करना और उसमें शुद्धता का होना बहुत मुश्किल था इस दौर से आगे बढ़ते हुए टेक्नोलॉजी के विकास में गति मिली और दो पीएचडी के छात्रों ने 1996 में गूगल की शुरुआत की।
तो आइए गूगल के बारे में विस्तार से जानते हैं—
Google क्या है—
गूगल का जहां भी नाम सुनाई देता है तो हमारे दिमाग में सर्च इंजन ही आता है लेकिन गूगल एक सर्च इंजन ही नहीं बहुत कुछ है तो आईए जानते हैं—
गूगल लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी एक अमेरिकी मल्टीनेशनल प्रौद्योगिकी कंपनी है जो इंटरनेट पर आधारित सेवाएं और उत्पाद बनाता और विकसित करता है।
गूगल सबसे ज्यादा सर्च इंजन के लिए जाना जाता है लेकिन सर्च इंजन के अलावा गूगल क्लाउड कंप्यूटिंग, प्ले स्टोर, ऑपरेटिंग सिस्टम, ऑनलाइन एडवरटाइजिंग, सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन (जैसे- गूगल ड्राइव, जीमेल, क्रोम ब्राउजर, गूगल असिस्टेंट और यूट्यूब आदि) सेवाएं व उत्पाद प्रदान करता है।
गूगल की इन सभी सेवाओं और उत्पादन का लगभग सभी लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपको पता होगा कि दुनिया भर में सबसे ज्यादा स्मार्टफोन एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर बेस्ड हैं और आपको बता दें कि एंड्रॉयड OS गूगल का ही उत्पाद है।
गूगल की फुल फॉर्म—
आज गूगल का इस्तेमाल हर कोई करता है और एक दिन में कई बार करता है लेकिन हमें गूगल के पूरे नाम की जानकारी नहीं है गूगल की कोई ऑफिशियल फुल फॉर्म नहीं है लेकिन गूगल की फुल फॉर्म Global Organisation of Oriented Group Language of Earth मानी जाती है।
Google शब्द को 'Googol' से लिया गया है जिसका मतलब है वह नंबर जिसमें एक के बाद 100 शून्य हों।
'Google' नाम इस बात की और इशारा करता है कि यहां पर लोगों के लिए बड़े पैमाने पर जानकारियां उपलब्ध हैं।
गूगल का इतिहास—
गूगल की शुरुआत स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय कैलिफोर्निया के दो पीएचडी के छात्रों ने 1996 में की थी जिनका नाम लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन था इन्होंने एक रिसर्च परियोजना के दौरान गूगल की खोज की थी शुरुआत में इस सर्च इंजन का नाम 'बैकरब' रखा गया था जिसका नाम लास्ट में गूगल रखा गया। गूगल शब्द को ‘Googol’ से लिया गया था इसका मतलब — वह नंबर जिसमें एक के बाद 100 शून्य हों।
शुरुआती दिनों में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की वेबसाइट के अधीन ही गूगल ने अपना डोमेन चलाया। बाद में 15 सितंबर 1997 को गूगल ने पर्सनल डोमेन रजिस्टार कराया था।
गूगल सर्च कैसे काम करता है—
गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है इस पर अगर हम किसी चीज के बारे में खोजना चाहे तो हमें उसके बारे में जानकारी जरूर मिलेगी तो आईए जानते हैं यह काम कैसे करता है हम दुनिया के लोगों को दो भागों में बांटकर समझते हैं 1. ऐसे लोग जिन्हें किसी विषय की जानकारी है 2. ऐसे लोग जिन्हें उस विषय की जानकारी नहीं है लेकिन जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। इन दोनों प्रकार के लोगों को जोड़ने का काम ही गूगल सर्च इंजन करता है।
किसी विषय से संबंधित जानकार लोग जानकारी को इंटरनेट पर किसी भी माध्यम से साझा करते हैं अब यह जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध हो जाती है जिसे गूगल सर्च में जाकर सर्च करके ऐसे लोग देख या पढ़ सकते हैं जिन्हें उस जानकारी की जरूरत है। यहां पर गूगल सर्च इंजन एक माध्यम की तरह काम करता है।
गूगल कैसे इस्तेमाल करें—
अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपको पता होगा कि एक स्मार्टफोन में गूगल के कई प्रोडक्ट एंड सर्विसेज इस्तेमाल की जाती है।
गूगल के Product and Service—
गूगल ऐप—
गूगल का गूगल नाम से एक ऐप है जिसका इस्तेमाल सर्च करने के लिए किया जाता है इस ऐप के अंदर आपको सर्च, डिस्कवर, आवाज के माध्यम से और गूगल लेंस यानी कि कैमरा से फोटो लेकर सर्च करने का ऑप्शन भी मिलता है इस ऐप की मदद से आप किसी से भी संबंधित जानकारी सर्च करके टेक्स्ट, ऑडियो, वीडियो या फोटो के रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
यूट्यूब —
यूट्यूब वीडियो का बहुत बड़ा प्लेटफार्म है जिसमें कोई भी वीडियो बनाकर अपलोड कर सकता है इस पर आपको दो तरह की वीडियो देखने को मिलती है लॉन्ग वीडियो और शॉर्ट वीडियो।
लॉन्ग वीडियो—
लॉन्ग वीडियो यूट्यूब पर किसी भी लेंथ की अपलोड की जा सकती है जिसका टॉपिक एजुकेशन, एंटरटेनमेंट या संगीत आदि हो सकता है।
शॉर्ट वीडियो—
शॉर्ट वीडियो की बात करें तो इसका लेंथ एक सेकंड से 1 मिनट तक ही होता है जिसे यूट्यूब शॉर्ट्स के नाम से भी जाना जाता है इसे भी एजुकेशन, एंटरटेनमेंट या म्यूजिक आदि जैसे किसी भी टॉपिक पर बनाया जा सकता है।
क्रोम ब्राउज़र—
यह ब्राउजर गूगल का ही ब्राउज़र है जो एक फास्ट, सिंपल और सिक्योर ब्राउजर है यह ब्राउज़र हमें सभी एंड्रॉयड स्मार्टफोंस में देखने को मिल जाता है।
एंड्रॉइड—
आज कल सभी के पास स्मार्टफोन है और दुनिया में सबसे ज्यादा एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन ही इस्तेमाल किये जाते हैं एंड्रॉइड एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका मालिकाना हक गूगल के पास है।
ChromeOS—
यह भी एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे गूगल ने ही डिजाइन और विकसित किया था लेकिन यह OS स्मार्टफोन के लिए नहीं बल्कि लैपटॉप और कंप्यूटर के लिए बनाया गया OS है।
प्ले स्टोर—
प्ले स्टोर एंड्रॉयड स्मार्टफोन में मिलने वाला ऐप है जिसमें आपको सभी ऐप मिल जाती हैं यह एक स्टोर की तरह ही होता है जिससे आप किसी भी ऐप को डाउनलोड और इंस्टॉल कर सकते हैं।
Gmail—
Gmail गूगल के द्वारा दी जाने वाली एक सर्विस या ऐप है जिसके माध्यम से ईमेल (इलेक्ट्रॉनिक मेल) ई-फॉर्मेट में भेजा या प्राप्त किया जा सकता है।
गूगल मैप्स—
यह गूगल का ही एक ऐसा ऐप या एप्लीकेशन है जिस पर आप किसी भी लोकेशन को खोज सकते हैं और वहां जाने का रास्ता भी जान सकते हैं इसके अलावा उस लोकेशन और आपकी लोकेशन के बीच में कितनी दूरी है, कितने समय में आप वहां पहुंच सकते हैं, कितना रास्ते में ट्रैफिक है और किस रास्ते से आप जल्दी पहुंच सकते हैं यह सब जानकारी आपको गूगल मैप्स में ही मिल जाती है।
गूगल ड्राइव—
यह गूगल के द्वारा दिया जाने वाला ऑनलाइन स्टोरेज है जहां आप ऑडियो, वीडियो फोटो या डॉक्यूमेंट आदि रख सकते हैं।
Google Pay—
यह एक UPI टेक्नोलॉजी पर आधारित एक ऐप है जिसके माध्यम से एक बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे भेजे जा सकते हैं।
इन सबके अलावा गूगल बहुत सारे प्रोडक्ट और सर्विस देता है जैसे क्रोमकास्ट, डॉक्स, सीट्स, स्लाइड्स, गूगल फोटोज, गूगल फाइल्स, गूगल वन, गूगल टीवी, मीट, यूट्यूब म्यूजिक, ट्रांसलेट, फोन, कॉन्टैक्ट्स, मैसेजेस, गूगल ऐड्स और ऐडसेंस आदि।
गूगल के संस्थापक—
गूगल के संस्थापक Stanford University California के दो विद्यार्थी थे जिनका नाम Sergey Brin और Larry Page था ये उस समय पीएचडी के छात्र थे।
गूगल के सीईओ—
गूगल के वर्तमान CEO Sundar Pichai है जिन्हें इस पद के लिए 10 अगस्त 2015 को सेलेक्ट किया गया था और 2015 से पिचाई इस पद पर बने हुए हैं।
गूगल पैसे कैसे कमाता है—
गूगल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा सर्च इंजन के तौर पर किया जाता है जो की फ्री है लेकिन गूगल की कुछ सर्विसेज पेड भी हैं।
Google Ads—
जब भी यूजर गूगल पर कुछ भी सर्च करता है तो उसे सर्च किए गए शब्दों से संबंधित ऐड दिखाये जाते हैं जिससे गूगल पैसे कमाता है।
जब कोई कंपनी या अन्य गूगल के माध्यम से यूजर के द्वारा सर्च किए गए कंटेंट पर ऐड दिखवाना चाहती है तो इस स्थिति में गूगल उस कंपनी के ऐड दिखाने के उस कंपनी से चार्ज लेता है इसके अलावा गूगल सब्सक्रिप्शन से भी पैसे कमाता है।
गूगल क्लाउड—
गूगल क्लाउड के जरिए भी पैसे कमाता है गूगल एक निश्चित सीमा तक अपने यूजर्स को फ्री क्लाउड सर्विस देता है लेकिन तय सीमा से ऊपर गूगल स्टोरेज का चार्ज लेता है।
हार्डवेयर—
गूगल अपनी ऑनलाइन सर्विस के अलावा अपने हार्डवेयर प्रोडक्ट से भी कमाई करता है गूगल स्मार्टफोन, स्मार्ट वॉच, इयरबड्स और स्मार्ट स्पीकर्स जैसे प्रोडक्ट भी बनता है जो गूगल का कमाई का एक और जरिया है।
गूगल प्ले स्टोर—
आज के समय में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला स्मार्टफोन एंड्राइड ओएस पर आधारित होता है जिसमें ऐप्स को डाउनलोड और इंस्टॉल करने के लिए गूगल प्ले स्टोर का इस्तेमाल किया जाता है यह सर्विस फ्री है लेकिन कुछ अन्य सर्विस के लिए कंपनी चार्ज लेती है इसके अलावा कंपनी ऐप डेवलपर से भी फीस लेती है जो उसके प्लेटफार्म पर अपना ऐप अपलोड करते हैं।
निष्कर्ष—
गूगल एक अमेरिकी मल्टीनेशनल प्रौद्योगिकी कंपनी है जो इंटरनेट पर आधारित सेवाएं और उत्पाद बनाता और विकसित करता है।
गूगल सबसे ज्यादा सर्च इंजन के रूप में ही जाना जाता है लेकिन ये कंपनी एंड्रॉयड, ChromeOS, क्रोम ब्राउजर, यूट्यूब, गूगल मैप्स, यूट्यूब म्यूजिक, गूगल प्ले स्टोर, गूगल पे, जीमेल, स्मार्टफोन, स्मार्ट स्पीकर, स्मार्ट वॉच और ईयरबड्स जैसे बहुत से लोकप्रिय सेवाएं और उत्पाद ग्राहकों को देते हैं।
गूगल की कमाई की बात करें तो कंपनी के कमाई के मुख्य स्रोत Google Ads, गूगल क्लाउड, हार्डवेयर और गूगल प्ले स्टोर आदि हैं।
हमने इस लेख के माध्यम से आपको गूगल के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है उम्मीद है कि आपको जानकारी पसंद आई होगी। अगर हमारे लिए आपका कोई सुझाव है तो हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं। लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आपका दिन शुभ हो।