UPS क्या है || What is UPS

UPS क्या है

UPS का पूरा नाम Uninterruptible Power Supply है। यह कंप्यूटर को पॉवर सप्लाई करने का कार्य करता है और यह कंप्यूटर का ही एक भाग है। जब भी हम कंप्यूटर में किसी प्रकार का काम ( फाइल बनाना, सीट बनाना, प्रेजेंटेशन बनाना, डाटा एंट्री और डिजाइनिंग आदि ) करते हैं तो काम करते समय अगर बीच में इलेक्ट्रिसिटी चली जाती है तो UPS की मदद से हम कंप्यूटर को थोड़ी देर तक चला सकत हैं और कंप्यूटर में के रहे काम को सेव कर सकते हैं।

UPS का आविष्कार
यूपीएस का आविष्कार John J. Hanley ने किया था और सबसे पहला UPS 1932 में बना था।

आइए एक उदाहरण के माध्यम से UPS का कार्य समझते हैं

मान लीजिए कि हमारे पास एक कंप्यूटर है पर इस कंप्यूटर से UPS connect नहीं है और उस कंप्यूटर में हम एक लेटर लिख रहे हैं और लेटर हमने आधा लिख लिया है और अचानक बिजली चली जाती है और जब बिजली आएगी तो हमारा आधा लिखा हुआ लेटर रद्द हो जाएगा और हमारी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा और हमको वह लेटर फिर से लिखना पड़ेगा और अगर उस लेटर की जगह आपका कोई बहुत बड़ा project हो तो आपका बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा।

वहीं दूसरी और हमारे पास एक कंप्यूटर है और उससे UPS connect है और इसमें भी हम एक लेटर लिख रहे हैं और काम के बीच में ही बिजली चली जाती है तो UPS हमें बीपिंग के माध्यम से बताता है कि बिजली चली गई है और अब कंप्यूटर यूपीएस की पावर के माध्यम से चल रहा है यह पता चलते ही यूजर या हम अपना प्रोजेक्ट को या लेटर को सुरक्षित कर लेंगे और हमारा लेटर सुरक्षित हो जाएगा और जब लाइट या इलेक्ट्रिसिटी आएगी तो हम अपना कार्य वहीं से ही स्टार्ट कर सकते हैं जहां पर बिजली जाने से रुका था और हम अपना कार्य पूर्ण कर सकते हैं यूपीएस की मदद से बिजली जाने पर हमारा कोई कार्य निरस्त नहीं होगा।






CPS के महत्वपूर्ण भाग

1. Rectifier 
Rectifier का मुख्य काम AC को DC में कन्वर्ट करना है। इसे बैटरी चार्ज के लिए इस्तेमाल किया जाता है इन्हीं दो कामों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

2. Static Bypass
जब लाइट होती है तो बायपास की मदद से बैटरी चार्ज होती रहती है और जब बिजली चली जाती है तो बायपास स्विच ऑटोमैटिक सर्किट को बंद कर देता है।

3. Battery
Battery में power स्टोर की जाती है जिसे लाइट जाने पर इस्तेमाल किया जाता है और हमें कंप्यूटर में कार्य सुरक्षित करने का समय मिल जाता है। बैटरी लीड एसिड या जरूरत के हिसाब से किसी अन्य की हो सकती है।

4. Inverter
Inverter DC को AC voltage में कन्वर्ट करने का कार्य करता है।मतलब हम कह सकते हैं कि इन्वर्टर रेक्टिफायर का ठीक उल्टा कार्य करता है।

UPS के प्रकार

1. Standby UPS
यह एक ऑफलाइन यूपीएस होता है जिसका इस्तेमाल ज्यादातर कंप्यूटर्स में किया जाता है जब लाइट चली जाती है तो यह कंप्यूटर को कंज्यूम करा हुआ power supply करता है जिससे हमको डाटा सेव करने का समय मिल जाता है।

2. Line Interactive UPS
इस यूपीएस का इस्तेमाल छोटे व्यवसाय, वेब और सर्वर में किया जाता है।
जब सिस्टम में power नहीं जा पाती है तो ट्रांसफर स्विच को on करना पड़ता है और systems में power supply की जाती है।

3. Standby online hybrid UPS
Standby online hybrid 10 kva के तहत यूपीएस में इस्तेमाल की जाने वाली एक टोपोलोजी है। इन यूपीएस में बैटरी के साथ standby convert switch on किया जाता है और इसमें बैटरी को चार्ज करने वाला चार्जर standby UPS की तरह ही छोटा होता है।

आशा करते हैं कि आपको इस पोस्ट से कुछ ना कुछ नई जानकारी अवश्य मिली होगी, पोस्ट पड़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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